अवसर बार बार नहीं आवे
भजन 3
जागो लोगो मत सोवो , ना करो नींद से प्यार
जैसा सपना रैन का, ऐसा यह संसार
अवसर बार - बार नहीं आवे - 2
जो चाहो करि लेहो भलाई
जनम - जनम सुख पावै -2 ,
अवसर बार - बार .....
तन मन धन में नहीं कछु अपना
छाड़ि पलक में जावें -2 ,
अवसर बार बार ........
तन छूटे धन कौन काम के
कृपिन काहे को कहावै-2
अवसर बार -बार .....
सुमिरन भजन करौ साहेब को,
जासे जीव सुख पावें
अवसर बार बार ........
कहै कबीर पग धरे पंथ पर
जम के गण न सतावे
अवसर बार बार ........
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