रट ले राम नाम मोर मनवा

भजन 8 

रट ले राम नाम मोर मनवा, तनवा फिर ना पइहो रे 

पांच तत्त्व का यह तन तोरा ढेरो दोष समाया 

आना जाना सब जग जाना तू भी जइहो रे 

रट   ले राम .......

माया मोह मतलबी इहवा फिरे बहुत ठगरहवा 

पल भर में पूजी लूट लइहे दूरी रहिहो रे 

रट ले राम ......

नेति धरम के नइया भइया सबसे बड़ा खेवइया 

भवसागर से पार उतरिहे हरि से नेह लगइहो 


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